निगम के संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डॉ नरेश कुमार ने शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर उठाए कई ठोस कदम
- जब तक कर्मचारी धरने पर रहेंगे सफाई व्यवस्था में निजी एजेंसियों का लिया जाएगा सहयोग
- शहर के कई क्षेत्र में निजी एजेंसियों से ही कूड़े का किया जा रहा है उठान
- जॉइंट कमिश्नर ने कहा कि अगर किसी क्षेत्र में धरने पर बैठे कर्मचारियों ने निजी एजेंसियों को कूड़ा उठाने से रोका या शहर में सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी फैलाने का कदम उठाया तो ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कराई जाएगी FIR, होगी सख्त कार्रवाई
गुड़गांव 12 अक्टूबर,
गुरुग्राम में 3200 निगम रोल के कर्मचारियों द्वारा तीन दिन के हड़ताल का निर्णय लिया गया है बीते 1 महीने से यूनियन प्रतिनिधियों से बातचीत के बावजूद धरने पर बैठे कर्मचारी और उनकी यूनियन मनमाना रवैया अपना रहे हैं जिसके कारण गुरुग्राम के कई क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को लेकर समस्याएं पैदा हो रही है इन समस्याओं को लेकर वीरवार को नगर निगम के संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डॉ नरेश कुमार द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से फीडबैक लिया गया,
इस दौरान निगम के संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डॉ नरेश कुमार ने कहा कि जो कर्मचारी काम पर वापस नहीं आ रहे हैं उन कर्मचारियों का गैर हाजिरी के हिसाब से वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी, इसके साथ ही मौजूदा स्थिति में सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के लिए निजी एजेंसियों से कूड़ा उठाने और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने का कार्य कराया जाएगा,
निगम के संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डॉ नरेश कुमार को कुछ निजी एजेंसियों के ठेकेदारों ने बताया कि धरने पर बैठे कर्मचारी एवं उनके नेता शहर में कूड़ा उठाने के दौरान विरोध जताते हैं और लड़ाई झगड़े पर उतारू रहते हैं जिस पर निगम के संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डॉ नरेश कुमार ने साफ शब्दों में कहां की निजी एजेंसी को अगर कोई भी व्यक्ति या कर्मचारी या अन्य कोई एजेंसी सफाई संबंधित कोई भी कार्य करने में बड़ा डालती है तो उनके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी,
इस मौके पर शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर अलग-अलग क्षेत्र के और विभिन्न सोसाइटी के लोगों ने निगम के संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डॉ नरेश कुमार से मुलाकात की और क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग करते हुए बताया कि जब से निगम रोल के कर्मचारी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं तब से शहर में सफाई व्यवस्था खराब हुई है धरने पर बैठे कर्मचारी शहर को कूड़े की ढेर पर बैठने की फिराक में है, जो कर्मचारी काम नहीं करते हैं ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ निगम अधिकारी सख्त कार्रवाई करें नहीं तो यह कर्मचारी इसी तरह आए दिन धरना प्रदर्शन आदि के जरिए सिर्फ राजनीति करने का कार्य करेंगे जिससे गुरुग्राम शहर में सफाई व्यवस्था खराब होगी,