दिल्ली एनसीआर में डेंगू का प्रकोप: अस्पतालों में बेड की कमी
नई दिल्ली, 2 नवंबर – दिल्ली एनसीआर में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। अस्पतालों में बेड की कमी के कारण मरीजों को इलाज में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि भारत सरकार और राज्य सरकार ने गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान जैसी योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन इसका वास्तविक लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा है।
इलाज की स्थिति
निजी अस्पतालों में गरीब मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा
आयुष्मान योजना के तहत कई निजी अस्पतालों में गरीब मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। नतीजतन, कई मरीज इलाज के अभाव में या तो दम तोड़ रहे हैं या फिर प्राइवेट अस्पतालों की लूट का शिकार हो रहे हैं। दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा के फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, नोएडा में भी डेंगू के मामलों में निरंतर वृद्धि हो रही है।
बच्चों पर प्रभाव
डेंगू का प्रकोप विशेष रूप से स्कूली बच्चों को प्रभावित कर रहा है।
डेंगू का प्रकोप विशेष रूप से स्कूली बच्चों को प्रभावित कर रहा है। मासूम बच्चे बुखार में तप रहे हैं, लेकिन डेंगू पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार के पास कोई स्पष्ट योजना नहीं है। डॉक्टरों का कहना है कि प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए लोग देसी बकरी के दूध का सहारा ले रहे हैं, जिसकी कीमत ₹3000 प्रति लीटर तक पहुँच गई है।
स्वास्थ्य विभाग की स्थिति
बुखार और डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
स्वास्थ्य विभाग के दावों के बावजूद, बुखार और डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सरकारी सफाई व्यवस्था भी प्रभावी नहीं हो रही है, जिससे डेंगू का प्रकोप और बढ़ रहा है। पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाइयों का छिड़काव किया जाता था, लेकिन अब यह व्यवस्था लगभग समाप्त हो चुकी है।
बेड की कमी ने स्थिति को गंभीर बना दिया है।
दिल्ली एनसीआर में डेंगू के बढ़ते मामलों और अस्पतालों में बेड की कमी ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। सरकार की योजनाओं और दावों का असली फायदा गरीबों को नहीं मिल रहा है। अब समय आ गया है कि सरकार इस स्थिति को गंभीरता से ले और प्रभावी उपाय करे ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और डेंगू पर नियंत्रण पाया जा सके।
और सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
यह स्थिति चिंताजनक है और सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है। यदि आपके आस-पास डेंगू के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सावधानी बरतें।