हाल ही में दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में एक दुखद घटना के बाद, प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान दृष्टि IAS के मालिक, डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। प्रशासन द्वारा उनके संस्थान के बेसमेंट को सील किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए, उन्होंने इस कार्रवाई को सही ठहराया और भविष्य में बेसमेंट में संचालन नहीं करने का आश्वासन दिया।
डॉ. दिव्यकीर्ति ने समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक लंबी बातचीत में बताया कि बेसमेंट को लेकर लोगों में काफी नाराजगी है, जो वाजिब है। उन्होंने कहा, “हम भी इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि बेसमेंट को सील कर देना चाहिए।” उनका यह बयान उस घटना के संदर्भ में आया है, जहां एक कोचिंग सेंटर में पानी भरने से छात्रों की मृत्यु हो गई थी, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दृष्टि IAS संस्थान ने अपने बेसमेंट के लिए पूरा लेआउट स्ट्रक्चर NOC के लिए MCD, DDA और फायर डिपार्टमेंट को सौंप दिया था, और अभी तक कोई रिजेक्शन नहीं आया है। लेकिन, उन्होंने स्वीकार किया कि हाल की घटनाओं से यह साफ है कि लापरवाही हुई है। डॉ. दिव्यकीर्ति ने कहा, “हमारे मन में कभी यह विचार नहीं आया और मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि अगर भविष्य में हमें परमिशन मिल भी जाती है, तो भी हम बेसमेंट में काम नहीं करेंगे। मैं आपको यह आश्वासन देता हूं। एक भी कोचिंग संस्थान बेसमेंट में नहीं चलाना चाहिए।”
डॉ. दिव्यकीर्ति के इस बयान के बाद, छात्रों ने सोमवार रात उनके घर के बाहर जमा होकर इस मामले पर प्रतिक्रिया देने की मांग की थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, डॉ. दिव्यकीर्ति ने ‘एक्स’ पर साझा किए गए एक बयान में कहा, “हमें खेद है कि हमने अपना पक्ष रखने में देरी की। दरअसल, हम अधूरी जानकारी के आधार पर कुछ नहीं कहना चाहते थे। इस देरी के लिए हम हृदय से क्षमा चाहते हैं।”
इस बयान के साथ, डॉ. दिव्यकीर्ति ने न केवल अपने संस्थान के लिए बल्कि दिल्ली के सभी कोचिंग संस्थानों के लिए भी सुरक्षा मानकों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से कोचिंग संस्थानों के लिए सख्त दिशा-निर्देश लागू करने की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उनका यह बयान सुरक्षा और जिम्मेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त करता है।
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