गुरुग्राम, 24 जून । इंजीनियरों की लापरवाही या अनदेखी के कारण देश का महत्वपूर्ण और चर्चित विकासशील करोड़ों रुपए की लागत से बने दिल्ली -मुंबई -एक्सप्रेसवे का शाहपुर गांव में बना अंडरपास उचित ऊंचाई के अभाव में बंद कर दिया गया है। कम ऊंचाई के कारण यहां पर वहां फस रहे थे । इसके कारण एक दर्जन गांव का दोनों तरफ से आना जाना बंद हो गया है।
अब बंद किया गया अंडरपास जिला नूंह के उपमंडल फिरोजपुरझिरका में पड़ता है। यहां पर एक अंडर पास का लेंटर भी टूट कर गिर जाने के कारण मार्ग सती क्षतिग्रस्त हो गया था जिसे मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया था। कहां गया था कि यह भ्रष्टाचार नहीं है बल्कि लापरवाही है अंडर पास कम ऊंचाई से बनाया गया यह केवल इंजीनियरिंग की कमी है। अंडर पास को बंद करने के लिए अधिकारियों ने पहले गांव शाहपुर गांव के पास नीचे की सड़क को 2 फुट ऊंचा उठाया था।
इस एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ के दर्जनभर गांव के लोगों ने विरोध किया। ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारी अपनी कमियों को छुपाने के लिए हरियाणा एवं राजस्थान के दर्जनों गांव के लोगों के लिए परेशानी पैदा कर रहे हैं। उन्होंने अंडरपास के पुल को ऊंचा उठाने तथा इसे चौड़ा करवाने की अधिकारियों से मांग की है। ताकि उनके बड़े वाहन इस पुल के नीचे से हरियाणा से राजस्थान व राजस्थान से हरियाणा में आसानी से आ सके।
स्थानीय निवासी राहुल, मौसम, आमीन, सुबेखान, साबिर, जाहिद, दिलशाद, जफर ने बताया कि दिल्ली – मुंबई मेगा एक्सप्रेस वे पर स्थित गांव शाहपुर में बनाए गए अंडरपास के पुल को ऊंचा और चौड़ा बनाना था। कागजों में भी यह पुल काफी चौड़ा है जबकि खेड़ा गांव का पुल कम चौड़ा है। अधिकारियों ने राजस्व विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत करके शाहपुर गांव के अंडरपास के पुल को कम चौड़ा और नीचा बना दिया तथा खेड़ा गांव के पुल को ऊंचा और ज्यादा चौड़ा बना दिया । उन्होंने बताया कि सड़क को नीचा बनाने से इसमें किसानों के सामान से भरे ट्रैक्टर इत्यादि बड़े वाहन आने लगे। जिससे इसमें पांच से छह बार दरारें पड़ गई थी और सरिया निकलने लगे थे। इसको रिपेयर करवाया गया था।
ग्रामीणों ने कहा कि इस पुल को कम चौड़ा और कम नीचा बनवाकर अधिकारियों ने गलती की है। अब इस गलती को यह अधिकारी छुपा रहे हैं। इससे दर्जनों गांव के लोगों को परेशानी होगी। ग्रामीणों ने कहा कि बड़ी गाड़ियां अंडरपास से न निकलें, इसलिए अधिकारी इसके नीचे की सड़क को 2 फुट ऊंचा कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि लोक निर्माण विभाग की सड़क को एक्सप्रेस – वे का निर्माण करने वाली एजेंसी को ऊंचा करने का अधिकार किसने दिया। लोगों ने जमकर विरोध किया और सरकार से समस्या का समाधान करने की मांग की। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर सरकार से अंडरपास को चालू करने की मांग की है।
जिला नूंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मेहताब अहमद ने इस बारे में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर उनका ध्यान खींचा है और कहा है कि पहले लेंटर गिर जाने से एक फ्लाईओवर एक तरफ से बंद करना पड़ा था और अब उचित ऊंचाई के अभाव में एक अंडरपास बंद कर दिया गया है इस कारण से दोनों तरफ के एक दर्जन गांव के लोग परेशानी में पड़ गए हैं जिनकी प्राकृतिक दूरी काफी नजदीक थी इस एक्सप्रेस-वे के कारण अंडर पास बंद हो जाने से दूरी अब 10 से 15 किलोमीटर बढ़ जाएगी।