- नूंह,11 अगस्त : हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक दंगों के बाद हालात सामान्य होने लगे हैं, लेकिन हिंसा की वजह से प्रदेश में उपजे हालातों के बीच खाप और किसान संगठन आगे आए हैं। खाप पंचायतों और किसान संगठनों ने शांति की अपील के साथ ही गौरक्षक मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग भी उठाई है। वहीं दूसरी तरफ समुदाय विशेष के खिलाफ फरमान सुनाने वाले 50 से ज्यादा सरपंचों के रुख भी अब नरम पड़ते दिख रहे हैं। झज्जर जिले की 2 पंचायतें तो उनके द्वारा लिए गए फैसले को वापस भी ले चुकी है, वहीं दूसरी और महेन्द्रगढ़ जिले की कुछ पंचायतों ने भी इस पर अपना नरम रुख अख्तियार करते हुए कहा कि उन्होंने तो एक सरपंच के लेटर वायरल होने के बाद हूबहू पत्र जारी कर दिए थे।
- बता दें कि बुधवार को हरियाणा के हिसार में नूंह दंगों के बाद बने हालात को लेकर एक महापंचायत आयोजित की गई थी। इस महापंचायत में खाप पंचायतों के अलावा किसान संगठनों ने शिरकत की थी। पंचायत में हिंसा की निंदा करने के साथ ही कुछ फैसले भी लिए गए थे। पंचायत में मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग की गई थी और साथ ही ये अपील की गई कि आपसी भाईचारे के साथ शांति बनाए रखें।
- इस महापंचायत में पहुंचे किसान संगठनों और खापों ने हिंसा के पीछे के षड्यंत्र की जांच की मांग भी की। महापंचायत में मंदीप नथवान, कामरेड इंद्रजीत, कारी मुस्लिम, अमरजीत मोहड़ी आदि ने कहा था कि कुछ ताकतें हमे जाति और धर्म के नाम पर लड़ाई करवाकर आपसी भाईचारे को खराब करने की कोशिश कर रहे है, लेकिन हमें इससे बचना होगा।