राजेंद्र कुमार
सिरसा,7 अक्तूबर। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में पारित किये महिला आरक्षण बिल में ओबीसी महिलाओं की कथित अनदेखी करने, जातिगत जनगणना, विधान सभा व लोकसभा में संख्या के अनुपात में ओबीसी आरक्षण तथा क्रिमिलेयर को खत्म करने की मांगोंंको लेकर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के आह्वान पर पिछड़ा वर्ग कल्याण महासभा हरियाणा के नेतृत्व में समस्त पिछड़ा वर्ग द्वारा प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया गया।
जिस रूप मे ये बिल लाया गया है, उसका हम विरोध करते हैं
महासभा के प्रदेशाध्यक्ष प्रो. रामचंद्र लिम्बा ने बताया कि वे महिलाओं को आरक्षण देने का तो समर्थन करते हैं, लेकिन जिस तरह और जिस रूप मे ये बिल लाया गया है, उसका हम विरोध करते हैं, क्योंकि यह कपटपूर्ण व पक्षपाती है। इसमें पिछड़ा वर्ग की महिलाओं की पूर्णतया उपेक्षा की गई है। प्रधानमंत्री ओबीसी का नकली लबादा ओढक़र बार-बार पिछड़ा वर्ग को ठगने का काम कर रहे हैं, जो आगे नहीं चलने वाला। अब पिछड़ा वर्ग जाग चुका है और वह 2024 में इस अन्याय और छल कपट का जरूर बदला लेगा। प्रो. लिम्बा ने बताया कि महासभा मांग करती है कि सर्व प्रथम लंबित जातिगत जनगणना करवाई जाए और पिछड़ा वर्ग को विधायिका में आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी दी जाए और ओ बी सी महिलाओं को भी महिलाओं के लिए आरक्षित 33: सीटों में आबादी के अनुपात में सीटें निश्चित की जाए। इस अवसर पर कृष्ण नंदेवाल चेयरमैन, हंस राज सोखल, कुम्हार सभा प्रधान रामानंद, उप प्रधान हरदयाल बेरी, पुरषोत्तम कंबोज, एसडीओ कर्म चंद कंबोज, रमेश कंबोज, रामेश्वर लिम्बा, लाल चंद कंबोज, होशियार नबरदार, बलबीर कंबोज, बनवारी बरावड़, विकास बरावड़, लछमन कंबोज, जीत सिंह, हरविंदर सिंह आदि उपस्थित थे।