दिल्ली : ग्रहों के राजा सूर्य जब कन्या राशि में पहुंचते हैं तो तब महालय पक्ष में पितरों को बहुत तेजी से भूख लगने लगती है । और धर्मराज के निर्देश पर्वत पृथ्वी पर अपने घर आते हैं । अपनी संतान द्वारा किए गए श्रद्धा या तर्पण आदि ग्रहण करते हैं और उनका आशीर्वाद देने के बाद पूर्वज अमावस्या पर वापस चले जाते हैं इस साल पितृपक्ष 29 सितंबर से चालू हो गया है और 14 अक्टूबर तक पितृपक्ष चलने वाला है ।
चांदी का दान करना बहुत ज्यादा है लाभकारी
पितृ पक्ष के दौरान अगर आप चांदी की वस्तु का दान करते हैं तो वह सबसे अच्छा होता है ऐसा माना जाता है कि चांदी का दान करने से तुरंत की आत्मा को शांति मिलती है । इसके बाद ही उनका आशीर्वाद आप पर हमेशा बना रहता है ।
काले तिल का दान देना भी है लाभकारी
आपको बता दे की श्रद्धा के अनुसार काले तिल का दान करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है । ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष में अगर किसी और चीज का दान करना समर्थ ना हो तो काले तिल का दान अवश्य करना चाहिए ।
गुड का दान करना भी है लाभकारी
गुड का दान करना भी बहुत ज्यादा लाभदायक होता है इससे हमारे पितरों को विशेष संतुष्टि प्राप्त होती है इससे पितरों की आत्मा को शांति भी मिलती है साथ ही घर में सुख शांति बनी रहती है ऐसा माना जाता है कि गुड का दान करने से घर का क्लेश भी दूर हो जाता है ।
अन्न का दान भी है लाभकारी
पितृपक्ष में अन्य का दान करना महादान माना जाता है ऐसी मान्यता है कि इससे पितरों को तृप्ति मिलती है पितृपक्ष में अगर आप अन्य का दान करना चाहते हैं तो गेहूं और चावल का दान सबसे ज्यादा सर्वश्रेष्ठ माना जाता है ।
नमक का दान भी है लाभकारी
ऐसा कहते हैं कि जिसका नमक खाओ उसके प्रति सदैव वफादार रहो इसलिए कहा भी जाता है कि नमक का कर्ज हमें कभी नहीं भूलना चाहिए नमक का दान के बिना पितृपक्ष कभी संपन्न नहीं माना जाता है ।
जूते चप्पल का दान भी है लाभकारी
ऐसा माना जाता है कि जूते चप्पल का दान करने से आने वाली विपत्ति से बचा सकता है और कुंडली के दोष का भी निवारण हो जाता है ऐसा करने से घर में खुशहाली और सुख शांति आती है ।
गाय के शुद्ध घी का दान भी है लाभकारी
हमारे धर्म और रातों में गए को माता के रूप में माना जाता है गाय के पूजन से ही समस्त बढ़ाओ का अंत भी हो जाता है पितृपक्ष में गाय के घी का दान करना भी बहुत ही ज्यादा लाभदायक होता है ।