बाढ़ पीडि़तों को राहत पहुंचाने वाली संस्थाओं को बुलावा तक नहीं
सिरसा,25 अगस्त। हरियाणा में सिरसा के गांव बुर्जकर्मगढ़ में बाढ़ के मंजर के निशान अभी हूबहू हैं। जलभराव से भरभराकर गिरे व दरार आए घरों व चूल्हे चोंकों को संवारने में लोग व्यस्त हैं। गांव की 60 घरों की एक छोर पर बसी बस्ती में कोई ऐसा घर नहीं जिसको नुकसान न पहुंचा हो। सभी घरों के शौचालय जलभराव से तहस नहस हो गए जिससे नागरिकों विशेषकर महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत झेलनी पड़ रही है। घग्घर नदी का जलस्तर उतरने के बाद जिला के उच्च प्रशासनिक अधिकारियों ने इस गांव की ओर मुंह मोड़कर नहीं देखा जिसका मलाल यहां के वाशिंदो को है। हिमाचल में आए रोज हो रही बरसात के चलते अभी पूर्ण तौर पर यहां खतरा टला नहीं है इसके बावजूद जिला प्रशासन बाढ़ प्रबंधन के नाम पर अपने मुंह मियां मिट्ठू बना हुआ है। अपने चेहतों को स्वतंत्रता दिवस पर सम्मान दिलवाने के बाद कल बुधवार को एक महा सम्मान समारोह में फिर से सम्मानित कर दिया।
जिला प्रशासन ने चौधरी देवीलाल विश्विद्यालय परिसर में एक महा सम्मान कार्यक्रम का आयोजन रखा जिसमें बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बाढ़ प्रबंधन में बेहतर काम करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों की सूचि देखी जाए तो इसमें अधिकांशत वो लोग हैं जो बाढ़ के दौरान प्रबंधन में कभी नजर नहीं आए मगर उच्च प्रशासनिक अधिकारियों व राजनेताओं के चेहते माने जाते हैं। जिन संस्थाओं या सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विपदा की घड़ी में ग्रामीणों का साथ दिया वे इस कार्यक्रम में कहीं नजर नहीं आए। जिला सरपंच एसोसिएशन ने प्रशासन के इस सौतेले व्यवहार के खिलाफ आयोजन स्थल के बाहर खूब बवाल काटा। इस समारोह में कर्ई संस्थाएं व लोग भी हाथ मलते रह गए जिन्हें सम्मानित करने के लिए बुलावा दिया मगर मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया।