- पहले चरण में उपहार के लिए सहयोग राशि देने वाले लोगों को मुख्यमंत्री ने वितरित किए उपहार
- संत कबीर कुटीर पर आयोजित हुआ उपहार वितरण समारोह
- उपहारों से प्राप्त सहयोग राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में किया गया जमा, जनकल्याण के कार्यों पर किया जाएगा खर्च- मुख्यमंत्री
चंडीगढ़, 7 अप्रैल
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा समाज के कल्याण हेतू मुख्यमंत्री उपहार योजना के रूप में शुरू की गई एक ओर अनूठी पहल को बड़ी सफलता मिली है. मुख्यमंत्री ने अपने सार्वजनिक जीवन में सादगी का एक ओर उदाहरण पेश करते हुए उन्हें विभिन्न कार्यक्रमों में सामाजिक संस्थानों या व्यक्तियों द्वारा सम्मान स्वरूप प्राप्त उपहारों को समाज भलाई में लगाने का निर्णय लिया था. पहले चरण में 51 उपहारों के लिए लोगों ने 1 करोड़ 14 लाख 95 हजार रुपये की सहयोग राशि दी. शुक्रवार को मुख्यमंत्री के निवास संत कबीर कुटीर पर आयोजित उपहार वितरण समारोह में सहयोग देने वाले लोगों को मुख्यमंत्री ने सम्मान सहित ये उपहार वितरित किए.
इस अवसर पर मनोहर लाल ने उपहार प्राप्त करने वाले लोगों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि इन उपहारों से प्राप्त सहयोग राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया गया है और इसे जनकल्याण के कार्यों पर खर्च किया जाएगा. उन्होंने उपहार प्राप्त करने वाले लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के प्रबुद्ध लोगों को समाज सेवा के भाव से जन कल्याण के लिए जोड़ने हेतू यह पहल आरंभ की गई. आप सभी का आभार जिन्होंने इस पहल में सहयोग किया.
मनोहर लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से जरूरतमंदों को सहायता पहुंचाने के लिए भी व्यवस्था बनाई गई है. इसके लिए एक पोर्टल बनाया हुआ है और जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें सीएमओ व एक अन्य अधिकारी शामिल हैं. यह कमेटी उनके पास सहायता के लिए आए आवेदनों पर निर्णय लेकर एक निश्चित राशि वितरित करती है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंत्योदय कल्याण की विचारधारा से प्रेरित होकर हरियाणा में भी प्रदेश सरकार समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान के लिए कार्य कर रही है. परिवार पहचान पत्र के माध्यम से हर परिवार का डाटा सरकार के पास है और उनके शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा इत्यादि सभी सुविधाओं का ध्यान सरकार रख रही है.
उन्होंने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र भी एक ऐसा क्षेत्र है, जहां पर सरकार के अलावा समाज के सहयोग की आवश्यकता है. इसी उद्देश्य से हमने शिक्षण संस्थानों से एलुमनाई मीट के आयोजन करने का अनुरोध किया है ताकि उस शिक्षण संस्थान से शिक्षा प्राप्त कर चुके नागरिक सेवा भाव से अपने शिक्षण संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए कुछ सहयोग करें. हमें शिक्षा क्षेत्र में सेल्फ फाइनेंस एजुकेशन मोड पर जाने की आवश्यकता है.
प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर उपहारों को जनसेवा से जोड़ा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी समय-समय पर मिले बहुमूल्य उपहारों को भी जनसेवा के लिए उपयोग किया जाता रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर से उन्हें मिले लगभग 1200 उपहारों के माध्यम से मिली सहयोग राशि का उपयोग नमामी गंगे मिशन में किया. उनके इस विचार से प्रेरित होकर ही हरियाणा में भी उपहारों से प्राप्त सहयोग राशि को समाज के कल्याण कार्यों में लगाने का निर्णय लिया.
स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा के वितरण से शुरू हुई उपहार वितरण की शुरुआत
मनोहर लाल ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा राहुल राव, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिमा के लिए सहयोग राशि देने वाले वाले प्रवीन गर्ग तथा अर्जुन रथ की आकृति के लिए सहयोग राशि देने वाले विकास गर्ग के प्रतिनिधि के तौर पर आए मयंक गर्ग को दोनों स्मृति चिह्न वितरित किए. साथ ही, राम जन्म भूमि मंदिर की प्रतिमा के लिए सहयोग राशि देने वाले अभिजीत सिंह, कामाख्या देवालय की आकृति अनिल मित्तल और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की थ्री-डी प्रिंटिड प्रतिमा के लिए सहयोग राशि देने वाले ऐश्वर्य महाजन को उपहार वितरित किए. इसी प्रकार, अन्य योगदानकर्ताओं को भी मुख्यमंत्री ने उपहार वितरित किए.
वर्तमान सरकार ने शासन व्यवस्थाय में किए आमूलचूल परिवर्तन
इस अवसर पर पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री निजी जीवन में भी परोपकार की भावना से सदैव जरूरतमंदों की सहायता करते रहते हैं. सरकार का हिस्सा बनने के बाद उन्होंने प्रदेश में भ्रष्टाचार, भाई-भतिजावाद, क्षेत्रवाद मुक्त शासन प्रदान करने के लिए व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किए हैं. समाज के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा सरकार अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चला रही है. उपहारों के माध्यम से समाज को जोड़ने की पहल भी इसी का हिस्सा है.
इस मौके पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार समाज के वंचित वर्ग का उत्थादन कर उन्हें आगे बढ़ाकर समाज में मुख्यधारा से जोड़ रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच है कि जन कल्याण के लिए सरकार के साथ-साथ समाज के प्रबुद्ध वर्ग को भी आगे आकार सरकार का सहयोग करना होगा, तभी समाज प्रगति करेगा.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल, सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के अतिरिक्त निर्देशक कुलदीप सैनी, संयुक्त निदेशक (प्रशासन) गौरव गुप्ता सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे.