मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिरसा डेरा ब्यास के महाराज गुरविंदर सिंह ढिल्लो को शॉल भेंट कर किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने नशा मुक्ति केन्द्र की जमीन का निरीक्षण कर दिए आवश्यक दिशा निर्देश
नशा मुक्ति सुधार गृह में युवकों से की मुलाक़ात
चण्डीगढ, 29 अक्तूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार को सिरसा के गांव सिकंदरपुर स्थित डेरा ब्यास में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने साध संगत के साथ बैठकर महाराज गुरविंद्र सिंह ढिल्लो की शब्दवाणी सुनी। तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने महाराज गुरविंदर सिंह ढिल्लो के निवास स्थान पर जाकर उनसे मुलाकात की तथा उन्हें शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल सत्संग के बाद सिरसा के रेडक्रोस भवन में बनने वाले नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र की जमीन का निरीक्षण किया और उपायुक्त पार्थ गुप्ता को आवश्यक निर्देश दिये कि नशा मुक्ति भवन का नक्शा इस प्रकार से तैयार किया जाये कि उस पुनर्वास केंद्र का भविष्य में आसानी से विस्तार किया जा सके।
मेडिकल कॉलेज की जमीन का निरीक्षण करते हुए कहा कि सिरसा बाबा सरसाई नाथ के नाम पर बसा हुआ है
मुख्यमंत्री ने इसके बाद सिरसा में बनाए जाने वाले मेडिकल कॉलेज की जमीन का निरीक्षण करते हुए कहा कि सिरसा बाबा सरसाई नाथ के नाम पर बसा हुआ है। इसलिए मुख्यमंत्री ने सिरसा बनने वाले मेडिकल का कॉलेज का नाम बाबा सरसाई नाथ के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण की मंजूरी सरकार द्वारा दी जा चुकी है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा ताकि आसपास के लोगों को और अधिक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राज्य के हर नागरिक को उचित स्वास्थ्य लाभ मिलें। इसके लिए आयुष्मान चिरायु योजना का विस्तार किया गया है।
नशा मुक्ति को लेकर अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
इसके बाद मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल सिरसा के नशा मुक्ति सुधार गृह पहुँचे और सुधार गृह में भर्ती युवकों से मुलाक़ात की। मुख्यमंत्री ने मौक़े पर ही विशेषकर नशा मुक्ति को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि नशे के खिलाफ़ स्पेशल अभियान चलाकर दोषियों पर कानूनी कारवाई की जाए ताकि नशा को जड़मूल से खत्म किया जा सके।
स्टेट बॉर्डर पर विशेष रूप से रखें निगरानी
मुख्यमंत्री ने नशा मुक्ति सुधार गृह में भर्ती युवाओं से बातचीत करते हुए उन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटने के बाद स्वावलंबी बनने की अपील की। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिये कि नशा मुक्ति केंद्र से युवा स्वस्थ होकर ही निकलें। इसके लिए सकारात्मक एवं प्रभावी और कारगर प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य युवाओं का पंजीकरण कर उन्हें कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जाये। इसके अलावा ऐसे युवाओं को जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तरीय पर सम्मानित किया जाए ताकि वे दूसरे युवाओं के लिये प्रेरणा स्रोत बन सकें। उन्होंने कहा कि स्टेट बार्डर पर नशा तस्करी को लेकर विशेष निगरानी रखी जाए ताकि कोई भी अवैध तस्कर बार्डर से प्रवेश न कर सके।