रात भर गाड़ी में पड़े रहे मरीज एंबुलेंस भी जाम में 6 से 7 घंटे तक फैंसी रही। विदेश में भी गुरुग्राम के जाम चर्चा में रहा। आज भी हालत खराब। गुरुग्राम में तो दो दर्जन से अधिक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की फौज गुरुग्राम 2 सितंबर। बीती रात का मंजर ऐसा था कि उसे यात्री भूल नहीं पाएंगे जिन यात्रियों का 10 मिनट का रास्ता था वह रास्ता 10 घंटे में भी हाथ नहीं आया जहां जाए जिधर जाए गुरुग्राम शहर तालाब में तब्दील दिखाई दे रहा था विदेशों में गुरुग्राम पानी में डूब गया की चर्चा रात भर रही क्योंकि कई विदेशी नागरिक जाम में चार से पांच घंटे फंसे रहे अधिकतर गाड़ियां पानी में बंद हो गई सबसे अधिक चर्चा जापान में गुरुग्राम पानी में डूबने की रही।
रात भर गाड़ी में पड़े रहे मरीज एंबुलेंस भी जाम में 6 से 7 घंटे तक फैंसी रही।
विदेश में भी गुरुग्राम के जाम चर्चा में रहा।
आज भी हालत खराब।
गुरुग्राम में तो दो दर्जन से अधिक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की फौज
गुरुग्राम 2 सितंबर।
बीती रात का मंजर ऐसा था कि उसे यात्री भूल नहीं पाएंगे जिन यात्रियों का 10 मिनट का रास्ता था वह रास्ता 10 घंटे में भी हाथ नहीं आया जहां जाए जिधर जाए गुरुग्राम शहर तालाब में तब्दील दिखाई दे रहा था विदेशों में गुरुग्राम पानी में डूब गया की चर्चा रात भर रही क्योंकि कई विदेशी नागरिक जाम में चार से पांच घंटे फंसे रहे अधिकतर गाड़ियां पानी में बंद हो गई सबसे अधिक चर्चा जापान में गुरुग्राम पानी में डूबने की रही।
विदेशी मीडिया ने भी गुरुग्राम का हाल विदेश में बताया देर रात तक गुरुग्राम पानी में डूबा हुआ दिखाई दे रहा था चारों तरफ जाम था यात्री कई कई घंटे गाड़ियों में पड़े रहे लेकिन जाम नहीं खुला रात्रि 2:00 बजे के बाद जाम खुला लेकिन जब तक देर हो चुकी थी गाड़ियां पानी में बंद हो चुकी थी गाड़ी से उतरकर यात्री पानी में निकलते हुए हरियाणा सरकार की प्रशंसा कर रहे थे गुरुग्राम जिला प्रशासन को शाबाशी दे रहे थे की विकास हो तो गुरुग्राम जैसा हो
इन विभागों के अधिकारियों की रात को नींद नहीं टूटी
हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में बैठे जब प्रशासन के अधिकारियों की आंखें खुली और मीडिया में जब देखा की गुरुग्राम की हालत क्या है तो दनादन गुरुग्राम के अधिकारियों के घरों पर फोनों की घंटी बजने लगी वैसे तो अधिकारी घर बैठे देर रात तक गुरुग्राम के बारे में जानकारी ले रहे थे लेकिन जैसे ही चंडीगढ़ से फोन आए तो कुछ अधिकारी रात्रि के समय ही सड़कों पर उतर गए लेकिन जब तक देर हो चुकी थी गाड़ियां पानी में डूब चुकी थी चलो फिर भी देर आए दुरुस्त आए प्रशासनिक अधिकारियों में हलचल मची और जो आराम कर रहे थे अधिकारी उनकी भी नींद से खुली गई जीएमडीए की तरफ से कोई अधिकारी दिखाई नहीं दिया जबकि गुरुग्राम में सबसे बड़ा अधिकारियों का जमावड़ा है अथॉरिटी वह जीएमडीए और हुडा विभाग लेकिन इन विभागों के अधिकारियों की रात को नींद नहीं टूटी देश की राजधानी से दिल्ली से मीडिया गुरुग्राम के रास्ते में फंसी रही सभी मीडिया हरियाणा सरकार की प्रशंसा कर रही थी गुड़गांव के अधिकारियों के कामकाज पर तालियां बजा रही है और अधिकारी खुश है।
करीब शहर में 3000 से अधिक गाड़ियां पानी में बंद होगी डूब गई थ्री व्हीलर टू व्हीलर पानी में पड़े रहे मलिक रात के 3:00 बजे अपने अन्य साधनों से उन गाड़ियों को एजेंटीयों तक पहुंचने में लग रहे यह गुरुग्राम का विकास है।
सरकार का भरोसा इन विभाग के अधिकारियों ने तोड़ दिया
चंडीगढ़ से फोन आते गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा गुड़गांव के डीसी अजय कुमार देर रात सड़कों पर दिखाई दिए मगर जीएमडीए और नगर निगम का कोई भी अधिकारी कहीं भी मौके पर दिखाई नहीं दिए जबकि गुरुग्राम का पूरा भार नगर निगम और जीएमडीए पर है और सरकार भी इन विभागों पर भरोसा करती है लेकिन सरकार का भरोसा इन विभाग के अधिकारियों ने तोड़ दिया जिसके चलते आज विदेश में भी गुरुग्राम डूबने की चर्चा और सरकार के विकास की चर्चा हो रही है स्थानीय पुलिस के जवान 10-10 घंटे पानी में खड़े रहे लेकिन यह भी बेवर्स थे क्योंकि पानी सड़कों पर भरा हुआ था गाड़ियां पानी में बंद थी पुलिस के जवान गाड़ियों को निकलवाने के लिए धक्का मार रहे थे लेकिन पानी इतना था की गाड़ी निकल नहीं पा रही थी यह गुरुग्राम का विकास है जहां सरकार गुरुग्राम के लिए अलग से बजट रखती है और गुरुग्राम सरकार के सरकारी खजाने को टैक्स के माध्यम से प्रदेश में सबसे अधिक रेवेन्यू देता है फिर भी गुरुग्राम विकास से दूर है।
गुरुग्राम में बरसात तेज हो रही है जहां विकास नहीं हुआ वहां के अधिकारियों को अब डर बना हुआ है और गुरुग्राम में तो दो दर्जन से अधिक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की फौज इसके बावजूद भी गुरुग्राम बरसात के पानी में डूब जाता है।
