
आचार्य लोकेश ने विश्व पटल पर भारतीय संस्कृति, आध्यात्म और जैन दर्शन का नाम रोशन किया - लोकसभा अध्यक्ष विश्व शांति की स्थापना में भारतीय संस्कृति व जैन दर्शन का महत्वपूर्ण योगदान संभव - आचार्य लोकेशजी
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पूज्य जैन आचार्य लोकेश ने राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा की
आचार्य लोकेश ने विश्व पटल पर भारतीय संस्कृति, आध्यात्म और जैन दर्शन का नाम रोशन किया – लोकसभा अध्यक्ष
विश्व शांति की स्थापना में भारतीय संस्कृति व जैन दर्शन का महत्वपूर्ण योगदान संभव – आचार्य लोकेशजी
नई दिल्ली, 18 अगस्त 2025: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पूज्य जैन आचार्य लोकेश जी ने भेंट कर राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा की साथ ही अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र द्वारा संचालित मानवतावादी कार्यक्रमों की जानकारी दी| आचार्य लोकेश जी ने हाल ही में सम्पन्न हुई अमेरिका कनाडा की शांति सद्भावना यात्रा व लंदन में आयोजित “परमाणु निरस्त्रीकरण और शांतिपूर्ण विश्व के लिए अंतर्राष्ट्रीय मार्च” की भी विस्तृत जानकारी दी
समाज सेवा से जोड़कर राष्ट्र निर्माण व मानव कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आचार्य लोकेश को लंदन में प्रतिष्ठित “अंतर्राष्ट्रीय शांति पुरस्कार” से सम्मानित होने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आचार्यश्री ने विश्व पटल पर भारतीय संस्कृति, आध्यात्म और जैन दर्शन का नाम रोशन किया | राजनीति और आध्यात्मिकता दो अलग-अलग क्षेत्र हैं, लेकिन उनका संबंध जटिल और बहुआयामी है | आचार्य लोकेशजी ने आध्यात्म को समाज सेवा से जोड़कर राष्ट्र निर्माण व मानव कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है |
आध्यात्मिक गुरुओं को एकजुट होकर व्यापक नीतियाँ बनानी होंगी |
विश्व शांति केंद्र व अहिंसा विश्व शांति के संस्थापक आचार्य लोकेश जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति व जैन दर्शन अपने गहन दार्शनिक और नैतिक सिद्धांतों के माध्यम से, विश्व शांति की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है | “वसुधैव कुटुम्बकम”, संपूर्ण पृथ्वी एक परिवार है, और “अहिंसा” जैसे मूल सिद्धांतों पर आधारित यह संस्कृति, वैश्विक सद्भाव और सहयोग को बढ़ावा देती है | विश्व शांति के लिए जनप्रतिनिधियों एर आध्यात्मिक गुरुओं को एकजुट होकर व्यापक नीतियाँ बनानी होंगी |
इस अवसर पर आचार्य लोकेश जी ने लोकसभा अध्यक्ष जी को ‘अम्बेसडर ऑफ पीस आचार्य लोकेश’ ग्रंथ भेंट किया और बताया कि उनके द्वारा स्थापित अहिंसा विश्व भारती संस्था के माध्यम से देश विदेश में अहिंसा, शांति, सद्भावना का संदेश प्रसारित करने व मानवतावादी कार्यों में संलग्न रहने के साथ 2025 में विश्व शांति केंद्र की स्थापना कर अपना कार्यक्षेत्र और अधिक व्यापक किया है |