किसान नेता सुरेश कौथ का सरकार पर हमला: पराली प्रबंधन और DAP की कमी पर उठाए सवाल
चंडीगढ़, 03 नवंबर: किसान नेता सुरेश कौथ ने हाल ही में पराली प्रबंधन के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सरकार की नीतियों को प्रभावहीन बताते हुए किसानों की समस्याओं को उजागर किया और DAP (डायमोनियम फॉस्फेट) की कमी पर भी चिंता जताई।
पराली प्रबंधन का मुद्दा
सुरेश कौथ ने कहा कि सरकार ने पराली प्रबंधन के लिए ठोस योजनाएँ बनानी चाहिए थीं, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। किसानों को इस समस्या से निपटने के लिए उचित संसाधन और समर्थन की आवश्यकता है, लेकिन सरकार की अनदेखी से स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है।
DAP की कमी
कौथ ने DAP की किल्लत को लेकर भी सरकार को चेताया। उन्होंने कहा कि इस खाद की कमी से किसानों की फसल उत्पादन पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। अगर सरकार ने तुरंत इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो वे गंभीर नतीजों के लिए तैयार रहें। उन्होंने सरकार को एक अल्टीमेटम देते हुए कहा कि किसानों की आवश्यकताओं को नजरअंदाज करना अब और सहन नहीं किया जाएगा।
आगामी योजनाएँ
सुरेश कौथ ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो किसान आंदोलन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। उन्होंने किसानों को एकजुट होने और अपनी आवाज उठाने की अपील की, ताकि उनकी समस्याओं को उचित तरीके से संबोधित किया जा सके।
सरकार के लिए एक गंभीर चेतावनी
किसान नेता सुरेश कौथ का यह बयान सरकार के लिए एक गंभीर चेतावनी है। पराली प्रबंधन और DAP की कमी जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि किसानों के हितों की रक्षा की जा सके और कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिल सके।