अविवाहित रहने के कारण पिछले नौ वर्षों में इस परंपरा का पालन नहीं किया गया था।
चंडीगढ़, 20 अक्टूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपनी पत्नी के साथ मुख्यमंत्री निवास (संत कबीर कुटीर) में 9 साल बाद करवा चौथ का व्रत मनाया। यह अवसर हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अविवाहित रहने के कारण पिछले नौ वर्षों में इस परंपरा का पालन नहीं किया गया था।
करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ भारतीय संस्कृति का एक विशेष त्यौहार है, जिसे विवाहित महिलाएँ अपने पतियों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए रखती हैं। इस दिन महिलाएँ उपवासी रहकर चाँद के दर्शन के बाद अपने पतियों का स्वागत करती हैं।
मुख्यमंत्री निवास में यह परंपरा फिर से जीवित हुई है।
9 साल बाद की वापसी
नायब सिंह सैनी के व्रत के साथ, मुख्यमंत्री निवास में यह परंपरा फिर से जीवित हुई है। 2014 से पहले, हरियाणा के सभी मुख्यमंत्रियों की पत्नियाँ करवा चौथ का व्रत रखती थीं। यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व का विषय है, जो राज्य में महिला सशक्तीकरण और परंपराओं के संरक्षण को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री निवास में उत्सव की रौनक
मुख्यमंत्री निवास में इस साल का करवा चौथ व्रत एक विशेष उत्सव का रूप ले लिया। परिवार और दोस्तों के बीच खुशी का माहौल था, और सभी ने इस अवसर का भरपूर आनंद लिया। महिलाओं ने अपनी पारंपरिक पोशाक पहनकर इस त्यौहार की गरिमा को बढ़ाया।
सैनी का इस परंपरा को पुनर्जीवित करना महिलाओं और परिवारों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।
करवा चौथ का यह उत्सव हरियाणा के लिए एक नई शुरुआत है, जो न केवल परंपराओं को जीवित रखता है, बल्कि समाज में सामंजस्य और प्रेम को भी बढ़ावा देता है। मुख्यमंत्री सैनी का इस परंपरा को पुनर्जीवित करना महिलाओं और परिवारों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।