- सीएम ने पुलिस के ‘प्रहरी ऐप‘ को भी किया लॉन्च किया
- हरियाणा पुलिस के प्रतीक चिन्ह का भी किया अनावरण
- चंडीगढ़, 27 जून – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पंचकुला में नशा मुक्त हरियाणा कार्यक्रम को लेकर आयोजित एक संवाद सत्र के दौरान पुलिसकर्मियों के लिए कई घोषणाएं की। सत्र, जिसमें पुलिस थाना प्रभारी, मुंशी व हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो सहित विभिन्न पुलिस इकाइयों के कर्मी शामिल थे, नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया था।
- मुख्यमंत्री द्वारा की गई महत्वपूर्ण घोषणाओं में से एक इंस्पेक्टर रैंक तक के हरियाणा पुलिस अधिकारी व कर्मियों के लिए पहली बार मासिक मोबाइल भत्ता की शुरूआत की गई। भत्ते का उद्देश्य पुलिस अधिकारियों को उनके कर्तव्यों को प्रभावी ढंग से पूरा करने में सहायता करना है। कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल मासिक मोबाइल भत्ते के लिए 200 रुपये, सहायक उप-निरीक्षकों के लिए 250 रुपये, उप-निरीक्षकों के लिए 300 रुपये और निरीक्षकों के लिए 400 रुपये की घोषणा की।
- इसके अतिरिक्त, श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के सभी पुलिस स्टेशनों में तैनात मुंशियों को आतिथ्य के लिए 3000 रुपये की मासिक राशि मिलेगी। इस का उद्देश्य पुलिस स्टेशनों की कार्यप्रणाली और दक्षता को बढ़ाना है। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि सभी पुलिसकर्मी, चाहे उनकी पोस्टिंग कहीं भी हो, प्रति माह अधिकतम 20 डेली (दैनिक भत्ते) ले सकंेगे। इससे पहले या प्रावधान पुलिस थानों में तैनात कर्मियों के लिए था।
- इस सत्र के माध्यम से देश के इतिहास में यह पहला मौका है जब एक मुख्यमंत्री ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने जैसे गंभीर विषय पर सीधे थाना प्रभारियों, मुंशी व जांच अधिकारियों के साथ संवाद किया है। श्री मनोहर लाल का यह सीधा संवाद नशीली दवाओं की चुनौती से निपटने के लिए एक सहयोगी दृष्टिकोण को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराता है।
- हरियाणा पुलिस की एक महत्वपूर्ण सुरक्षा पहल – प्रहरी ऐप
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हरियाणा पुलिस का ‘‘प्रहरी ऐप‘‘ भी लॉन्च किया। प्रहरी ऐप ग्राम प्रहरी योजना के तहत शुरू की गई एक नई पहल है, जिसे इस साल 1 जनवरी को हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू किया गया था। इस योजना के तहत, पुलिस कर्मी हर 15 दिनों में अपने संबंधित क्षेत्रों के गांवों का दौरा करते हैं, जिसका लक्ष्य समुदायों को सेवा, सुरक्षा और सहयोग प्रदान करना है। इन दौरों के दौरान, अधिकारी संभावित आपराधिक तत्वों की पहचान करने के लिए संदिग्ध व्यक्तियों, विशेषकर युवाओं के बारे में जानकारी इकट्ठा करते हैं। वे ग्रामीणों की चिंताओं को दूर करने और किसी भी मुद्दे को हल करने के लिए उनके साथ घनिष्ठ संपर्क भी स्थापित करते हैं। इसके अलावा, अधिकारी 75 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों के साथ जुड़ते हैं, उनके कल्याण की दिशा में कार्य करते हुए उनकी भलाई सुनिश्चित करते हैं।