- जेजेपी भाजपा गठबंधन में दरार
- बड़े नेताओं की तर्ज पर जेजेपी भाजपा के कार्यकर्ताओं में आया राम गया राम शुरू
दिल्ली हरियाणा प्रदेश में बड़े नेताओं की तर्ज पर अब कार्यकर्ता भी आया राम गया राम की परंपरा को अपना रहे हैं. हरियाणा भाजपा में अधिकतर नेता एवं कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी से छलांग लगाकर सत्ता का सुख भोग रहे हैं. यहां तक की चेयरमैन से लेकर मंत्री पद तक कांग्रेस पार्टी को छोड़कर आए नेताओं के पास है. जिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस सरकार के समय भ्रष्टाचार व अन्य मामलों के आरोप लगे थे वे आज भाजपा में मलाईदार पदों पर विराजमान हो गये हैं. हरियाणा भाजपा के कुछ सक्रिय कार्यकर्ता इस लिए मायूस हो रहे हैं. क्योंकि जिस समय भारतीय जनता पार्टी के हरियाणा प्रदेश में 2 विधायक होते थे इस समय के कार्यकर्ता अब घरों में दो बैठ गए हैं. जिसका कारण अन्य दलों से आए कार्यकर्ता नेताओं को दुलार मिलना अपनों को दूधकार का कारण बताया जा रहा है.
कभी बीजेपी में कभी जेजेपी में गठबंधन के कार्यकर्ता उछल कूद कर रहे हैं
कहने को तो हरियाणा प्रदेश में बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन सरकार है लेकिन उनके कार्यकर्ता कभी बीजेपी की शरण में चले जाते हैं तो कभी जेजेपी की में भाजपा के पुराने कार्यकर्ता रहे यशवीर राघव काफी समय से भाजपा में रहे राष्ट्रीय भाजपा कार्यालय में युवा राष्ट्रीय प्रवक्ता का पद भी रहा मगर हरियाणा की खट्टर सरकार में पुराने कार्यकर्ताओं का सम्मान ने होना अन्य दलों से आए नेताओं को सम्मान देना यह पुराने कार्यकर्ताओं के आंखों में रड़कने लगे जिसके चलते उन्होंने भाजपा को छोड़कर भाजपा सरकार को हरियाणा में गठबंधन के माध्यम से चला रही जेजेपी में शामिल हो गए. कहते हैं कि भाजपा से अधिक जेजेपी में अधिक सम्मान होता है.
जेजेपी के मुखिया दुष्यंत चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं और उनका हरियाणा में एकछत्र राज है उनके कार्यकर्ता पुरानी परंपरा के तर्ज पर अधिकारियों को फटकार के साथ-साथ कड़े निर्देश भी देते हैं और भाजपा में कार्यकर्ताओं की कदर नहीं कुछ कार्यकर्ता खासकर गुरुग्राम में मानेसर नगर निगम के चुनाव में टिकट पाने के लिए भाजपा के दरवाजे पर है. लेकिन भाजपा कितने कार्यकर्ताओं को निगम के मेयर पार्षद की टिकट दे पाएंगे यह तो समय बताएगा मगर टिकट बंटवारे के समय भी कार्यकर्ताओं में भगदड़ जरूर बचेगी.
भाजपा का कांग्रेस पार्टी से भाग कर आए नेताओं पर विश्वास नहीं है
हरियाणा प्रदेश में बड़े नेता के साथ छोटा नेता भी कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं और 7 साल पहले शामिल हुए थे आज तक भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व और प्रदेश स्तरीय नेतृत्व को उन पर पूरा विश्वास नहीं है. लेकिन कुछ को भाजपा ने सम्मान दिया हुआ है जो बड़े नेताओं को नहीं पच रहा है.
गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मत्री राव इंद्रजीत सिंह फरवरी 2014 में भाजपा में शामिल हुए तथा महेंद्रगढ़ भिवानी के सांसद चौधरी धर्मवीर , सोनीपत भाजपा के सांसद रमेश कौशिक भी 2014 में भाजपा में शामिल हुए इसके अलावा हरियाणा के कांग्रेस के कई बड़े चेहरे भी भाजपा में शामिल हुए थे. 2014 के बाद भाजपा में कांग्रेस के नेताओं ने दम भरना शुरू कर दिया. वही रोहतक से सांसद डॉ अरविंद शर्मा 15 मार्च 2019 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में भाजपा के सदस्य बने इस के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलल के छोटे पुत्र कुलदीप बिश्नोई अपनी पत्नी रेणुका और बेटे वैभव बिश्नोई के साथ भाजपा में शामिल हुए.
कांग्रेस पार्टी अन्य दलों से आये नेताओं ने आठ साल में बीजेपी में राजनीतिक तौर पर काफी बदलाव कर दिया. इस दौरान बीजेपी में दूसरे दलों से आने वाले वंशवादी नेताओं की तादाद बढ़ी हैं.