- चंडीगढ़, 9 अगस्त : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में नए उद्योग लगाने वालों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ने पदमा योजना के तहत छह नई योजनाएं बनाई है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के जरिए प्रदेश में एमएसएमई और स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिलेगा और सरकारी प्रोजेक्ट्स की तरह प्राइवेट सेक्टर के उद्यमियों को सरकार मदद करेगी। डिप्टी सीएम, जिनके पास उद्योग एवं वाणिज्य विभाग का प्रभार भी है, ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार ने पदमा योजना को पॉलिसी का स्वरूप दे दिया है ताकी राज्य में अधिक से अधिक इंडस्ट्रियल क्लस्टर विकसित किए जा सके। साथ ही पदमा स्कीम के तहत सरकार द्वारा वेंचर कैपिटल फंड भी बनाया जाएगा, जिससे सरकार खुद हिस्सेदारी करके स्टार्टअप करने वालों को प्रोत्साहित करेगी।
- उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि उद्योगपतियों की मांग पर अब 25 एकड़ से शुरू होकर बड़े इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किए जाएंगे जबकि पहले यह 100 एकड़ से शुरुआत थी, जिसमें राज्य सरकार की तरफ से पूरा इंफ्रास्ट्रक्टर विकसित करने का प्रावधान था। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से प्रदेश सरकार सीड्स स्कीम के तहत गवर्नमेंट प्रोजेक्ट्स को स्पोंसर कर रही थी, इसी तर्ज पर प्राइवेट सेक्टर के लिए पीड्स स्कीम बना दी गई है। उन्होंने बताया कि इसके लिए छह स्कीम बनाई जा रही हैं जिनको अगले एक माह में लागू कर देंगे।
- डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि अगर कोई उद्योगपति 25 एकड़ में 20 यूनिट्स लगाना चाहेगा तो गवर्नमेंट प्रोजेक्ट्स को दी जाने वाली सुविधाएं की तरह वह सभी सुविधाएं ले सकेगा। इसके लिए सरकार ने 1000 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है। नए प्रावधानों के अनुसार 25 एकड़ से 100 एकड़ तक के इंडस्ट्रियल पार्क में कम से कम 25 एमएसएमई या अन्य यूनिट्स लगाए जाएंगे और इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर राज्य सरकार द्वारा तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंडस्ट्रीज के लिए बनाए गए ब्लॉक्स में से ए, बी, सी तथा डी ब्लॉक में सरकार द्वारा 50 करोड़ तक का इंसेंटिव दिया जाएगा, यह प्रोजेक्ट्स के लिए 50 से 85 प्रतिशत तक की स्पोर्ट हो सकती है।