चंडीगढ़, 25 अगस्त – हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान आज सदन में पिछले सत्र की अवधि से इस अवधि के अंतराल में मृत्यु को प्राप्त हुए महान विभूतियों, स्वतंत्रता सेनानी और शहीद जवानों के सम्मान में शोक प्रस्ताव पढ़े गए और शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की गई।
सर्वप्रथम सदन के नेता मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शोक प्रस्ताव पढ़े। इनके अलावा, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भी शोक प्रस्ताव पढ़कर अपनी ओर से श्रद्धांजलि दी। विधानसभा अध्यक्ष ने शोक संतप्त परिवारों को सदन की भावना से अवगत करने का आश्वासन भी दिया। सदन के सभी सदस्यों ने खड़े होकर दो मिनट का मौन रखा तथा दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना भी की।
सदन में जिनके शोक प्रस्ताव पढ़े गए, उनमें सिक्किम के भूतपूर्व राज्यपाल चौधरी रणधीर सिंह, पंजाब के भूतपूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल, संसद सदस्य रतन लाल कटारिया, हरियाणा के भूतपूर्व उप मंत्री जय नारायण खुंडिया शामिल हैं। इनके अलावा, जिला गुरुग्राम के गांव फाजिलपुर बादली के स्वतन्त्रता सेनानी महाशय परमानंद के निधन पर भी गहरा शोक प्रकट किया गया।
सदन में 2 जून, 2023 को ओडिशा के बालासोर जिले में बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस व एक मालगाड़ी के आपस में टकरा जाने से हुई दुर्घटना में मारे गये यात्रियों के दुःखद व असामयिक निधन पर भी गहरा शोक प्रकट किया गया। इसके अलावा, 20 अप्रैल, 2023 को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले तथा 5 मई, 2023 को राजौरी जिले में हुए आतंकवादी हमलों में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के दुःखद एवं असामयिक निधन पर भी गहरा शोक प्रकट किया गया।
सदन में अदम्य साहस व वीरता दिखाते हुए मातृभूमि की एकता व अखंडता की रक्षा करने के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले हरियाणा के 42 वीर शहीदों के निधन पर भी शोक व्यक्त किया गया। इन वीर शहीदों में जिला भिवानी के गांव कोट के सहायक कमांडेंट कृष्ण कुमार, जिला झज्जर के बहादुरगढ़ के निरीक्षक राकेश राठी, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव सागरपुर के उप-निरीक्षक अमित, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव सुन्द्रह के उप निरीक्षक अत्तर सिंह, जिला सोनीपत के गांव पबनेरा के सहायक उप निरीक्षक नरेश कुमार, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव डोहर कलां के सहायक उप निरीक्षक दलीप सिंह, जिला चरखी दादरी के गांव हिंडोल के सूबेदार जोरावर सिंह, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव नागल पीपा के हवलदार पवन कुमार, जिला रेवाड़ी के गांव गोठड़ा टप्पा डहिना के हवलदार रोहित चौधरी, जींद के जुलाना के हवलदार रॉबिन कुमार, जिला चरखी दादरी के गांव भागेश्वरी के हवलदार मनोज कुमार, जिला जींद के गांव चांदपुर के हवलदार सुशील कुमार, जिला झज्जर के गांव सरोला के हवलदार सतेन्द्र कुमार, जिला हिसार के गांव बधावड़ के हवलदार जगदीश, जिला कुरुक्षेत्र के गांव पट्टी शहजादपुर के हवलदार सुखदेव सिंह, जिला कुरुक्षेत्र के गांव ईशाक के हवलदार कृष्ण कुमार, जिला झज्जर के गांव बिरोहड़ के हवलदार जितेन्द्र सिंह, जिला करनाल के गांव सिकरी के हवलदार सोमबीर, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव बनिहाड़ी के सारजेंट मनजीत सिंह, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव नेहरूनगर के लीडिंग एयरक्राफ्टमैन अमित कुमार, जिला हिसार के गांव जुगलान के नायक सोनू जांगड़ा व गांव बालावास के नायक सोनु राम, जिला जींद के गांव बेलरखा के नायक शोभित सिंह व गांव खटकड़ के नायक विनोद कुमार, जिला सिरसा गांव हांडी खेड़ा के लांस नायक अमित कुमार, जिला नूंह के गांव संगेल के लांस नायक तेजपाल सिंह, जिला सोनीपत के गांव महमूदपुर के एयरमैन साहिल मान, जिला पलवल के गांव बहीन के गनर मनमोहन, जिला जींद के गांव खरल के सिपाही पवन कुमार, जिला रोहतक के गांव गुढान के सिपाही राजीत तोमर, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव जड़वा के सिपाही महेश, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव नियामतपुर के सिपाही नरेश कुमार, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव सिसोठ के सिपाही विक्रम सिंह, जिला भिवानी के गांव लालावास के सिपाही नरेन्द्र कुमार व गांव तिगड़ाना के सिपाही मुकेश कुमार तंवर, जिला कैथल के गांव ग्योंग के सिपाही बलविंद्र सिंह, जिला जींद के गांव टोडी खेड़ी के सिपाही मनीष कुमार, जिला झज्जर के गांव बिठला के सिपाही रविन्द्र व गांव बेरी के सिपाही सिकंदर, जिला रोहतक के गांव गद्दी खेड़ी के सिपाही अंकित कुण्डू, जिला कुरुक्षेत्र के गांव बकाना के सिपाही जसविंद्र सिंह और जिला झज्जर के गांव लडायन के नाविक मोहित शामिल हैं।