- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की बड़ी घोषणाएं
- जींद के हैबतपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नाम संत शिरोमणि धन्ना भगत के नाम पर रखा जाएगा
- गॉंव धनौरी में महिला कॉलेज बनाने व गांव में पीने के पानी की आपूर्ति भाखडा नहर से किए जाने की भी घोषणा
- संत शिरोमणि भगत की शिक्षाओं व उनके संदेश को अमर करने हेतू पाठ्य पुस्तकों में धन्ना भगत का उल्लेख किया जाएगा -मुख्यमंत्री
- धनौरी गांव के विकास के लिए 7 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा
चंडीगढ़, 23 अप्रैल
हरियाणा सरकार द्वारा आज संत धन्ना भगत की जयंती कैथल में बड़े धूमधाम से मनाई गई. कैथल जिले के गांव धनौरी गांव में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुदेश धनखड़ ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि जींद के हैबतपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नाम संत शिरोमणि धन्ना भगत के नाम पर रखा जाएगा. इसके अलावा, गॉंव धनौरी में महिला कॉलेज बनाने, गांव में पीने के पानी की आपूर्ति भाखडा नहर से किए जाने, सीवरेज एवं गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था करने की भी घोषणा की.
श्री मनोहर लाल ने संत शिरोमणि धन्ना भगत की शिक्षाओं और उनके संदेश को अमर करने हेतू पाठ्य पुस्तकों में धन्ना भगत का उल्लेख किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने गॉंव में एक सामुदायिक केंद्र व पुस्तकालय बनाने के साथ साथ गॉंव के विकास के लिए 7 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा की. उन्होंने धनौरी की गऊशाला के लिए 21 लाख रुपये देने की भी घोषणा की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि धनौरी गांव में संत शिरोमणि धन्ना भगत की प्रतिमा लगवाई जाएगी. इसके अलावा, संत धन्ना भगत मंदिर में लंगर हॉल तथा गांव में तालाब का सौंदर्यकरण किया जायेगा.
संत शिरोमणि धन्ना भगत जी ने समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
मनोहर लाल ने संत शिरोमणि धन्ना को नमन करते हुए कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें धन्ना भगत के जयंती समारोह में आने का अवसर मिला है. उन्होंने कहा कि संत शिरोमणि धन्ना भगत उन महान संतों में अग्रणी थे, जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
उन्होंने भक्ति मार्ग को अपनाते हुए मानव – मात्र की सेवा के साथ – साथ कर्म पर उसी तरह बल दिया , जैसे भगवान श्रीकृष्ण जी ने गीता में कर्म का अमर सन्देश दिया है. जाति पाति के घोर विरोधी थे.
वे पूरी मानव जाति के पथ – प्रदर्शक थे। संत धन्ना भगत परम ज्ञानी थे. उन्होंने कहा कि धन्ना भगत बचपन से ही दयालु , परोपकारी और साधु – संतों की संगति किया करते थे. उनके जीवन के संबंध में कई चमत्कारिक कथाएं जुड़ी हुई है. धन्ना भगत ने मानव कल्याण के लिए जो शिक्षाएं दी हैं वे आज भी अत्यंत प्रासंगिक हैं.
उन्होंने कहा कि पंचम पातशाह गुरु अर्जुन देव ने भी धन्ना भगत के भक्ति भाव के बारे में गुरु ग्रंथ साहिब में उल्लेख किया है कि वे सिद्ध महापुरुष थे. उनके तीन पदों को गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल भी किया गया है. संत शिरोमणि धन्ना भगत के नाम पर देशभर में अनेक संस्थाएं हैं , जो नई पीढ़ियों को उनकी भक्ति व शिक्षाओं को अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं.
हमें गर्व है कि उनके नाम पर हरियाणा में धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में धन्ना भगत पब्लिक स्कूल स्थापित है। गत 11 अप्रैल को इस स्कूल में धन्ना भगत की प्रतिमा का लोकार्पण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है .
उन्होंने कहा कि हम संत शिरोमणि भगत की शिक्षाओं के अनुरूप हरियाणा में हरियाणा एक हरियाणवी एक के भाव से सबके कल्याण व उत्थान का कार्य कर रहे हैं.
हरियाणा सरकार ने संत – महापुरुषों की शिक्षाओं का प्रचार करने के लिए बनाई विशेष योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत – महापुरुष हमारी अमूल्य धरोहर हैं. ऐसी महान विभूतियों की शिक्षाएं पूरे मानव समाज की धरोहर हैं. उनकी विरासत को सम्भालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है. इसके लिए हरियाणा सरकार संत – महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को जन – जन तक पहुंचाने का काम कर रही है. इसी कड़ी में का यह जयंती समारोह आयोजित किया जा रहा है.
बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ अभियान से हरियाणा में सुधरा लिंगानुपात
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश का नाम बदनाम था बेटियों को मारने के लिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया. इसी अभियान का परिणाम है कि वर्ष 2014 में जो लिंगानुपात 851 था, वो आज बढ़कर 923 हो गया है. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इस अभियान में ग्रामीण क्षेत्र की जनता और महिलाओं ने संकल्प लिया कि बेटियों के नाम से भी कुआं पूजन की शुरुआत की.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार न महिला शिक्षा की तरफ विशेष ध्यान दिया. पिछले 8 साल में 71 कॉलेज खोले हैं, जिनमें से 42 केवल महिलाओं के हैं. उन्होंने कहा कि संत शिरोमणि धन्ना भगत की गरीबों के कल्याण की शिक्षा के अनुरूप ही हरियाणा में गरीब परिवारों की सेवा करने के लिए प्रदेश सरकार ने परिवार पहचान बनाया है. पीपीपी से साढ़े 12 लाख नए राशन कार्ड बनाए हैं. इसके अलावा, जरूरतमंदों के स्वास्थ्य देखभाल के लिए भी आयुष्मान तथा चिरायु हरियाणा योजना के तहत लोगों को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राजनीति में रहकर जनसेवा के काम लगातार कर रही है. हालांकि विपक्ष आलोचना भी बहुत करता है, लेकिन जन सेवा करना हमारा धर्म है. उन्होंने कहा कि संत- महापुरुष कभी भी किसी एक समाज के नहीं होते उनकी शिक्षाएं सभी समाज के लिए प्रासंगिक होती हैं इसलिए हमने भी हरियाणा एक हरियाणवी एक के मूल मंत्र पर चलते हुए पूरे प्रदेश का समान विकास सुनिश्चित किया है.
इस अवसर पर हरियाणा सार्वजनिक सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ सहित अन्य गणमान्य अतिथि एवं संत समाज उपस्थित थे.
क्रमांक -गौरव