सिरसा, 19 अप्रैल
अभिलेख, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग द्वारा फतेहाबाद जिला की रतिया तहसील के गांव कुनाल में तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई. इस मौके पर पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर अमित खत्री ने हड़प्पा कालीन स्थल का दौरा कर वहां खुदाई कार्य की जानकारी ली और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया. कार्यशाला के दौरान पुरातत्व विभाग द्वारा एक बुक को भी लॉंच किया गया.
उन्होंने कहा कि गांव कुनाल ने भारतीय उपमहाद्वीप में आरंभिक हड़प्पा सभ्यता के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और यहां खुदाई किए जाने से उत्कृष्ट हड़प्पा संस्कृति के उदय और इसके प्राचीन चरणों पर भविष्य में अनुसंधान के नए द्वार खुलेंगे. कुनाल गांव में हुई खुदाई में मिले अवशेषों से इस बात की प्रबल संभावना है कि कुनाल की सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीनतम सभ्यता है. कुनाल एक हड़प्पा कालीन स्थल है इसलिए अब पूर्व हड़प्पा कालीन ऐतिहासिक चीजों की तलाश रहेगी, जिससे उस काल के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाई जा सके.
उन्होंने बताया कि गांव कुनाल ने भारतीय उपमहाद्वीप में आरंभिक हड़प्पा सभ्यता के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और यहां खुदाई किए जाने से उत्कृष्टï हड़प्पा संस्कृति के उदय और इसके प्राचीन चरणों में भविष्य के अनुसंधान के नए द्वार खुलेंगे. इस स्थल पर सबसे पहले खुदाई की गई थी जिसमें विकसित जल निकासी प्रणाली की दरारें मिली थीं. उन्होंने कार्यशाला में आए हुए छात्रों से कहा कि इस तरह के वर्कशाप से अच्छी मैमोरी लेकर जाए. विभिन्न संस्थाओं से पहुंचे छात्रों को हमारे इतिहास के बारे में जानकारी हासिल करने का अवसर मिलेगा. इस मौके पर अधिकारियों द्वारा छात्रों से पुरातत्व विभाग से संबंधित प्रशन पूछे गए. इस मौके पर पनिदेशक डॉ. बुनानी भट्टाचार्य,रतिया एसडीएम जगदीश चंद्र, बीडीपीओ संदीप भारद्वाज,उ डॉ. सुरजीत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.