Sunday, May 19, 2024

ग्वालियर संगीत की नगरी का केंद्र बनकर उभरा अब से ग्वालियर को ‘सिटी ऑफ़ म्यूजिक’ के नाम से जाना जाएगा

ग्वालियर, मध्यप्रदेश के ग्वालियर को अब ‘सिटी ऑफ म्यूजिक’ के नाम से जाना जाएगा | ग्वालियर एक ऐसा शहर है जिसका संगीत से सदियों का नाता है | ये वही स्थान है जहां से देश के महान और प्रख्यात संगीत सम्राट तानसेन और बैजू बावरा निकलकर उभरे और अपनी ऐसी छाप छोड़ी कि लोग आज भी उन्हें याद करते हैं | ये समय ग्वालियर के लोगों के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है जब UNESCO ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर को क्रिएटिव सीटीएस नेटवर्क (UCCN) की श्रेणी में शामिल करके उनको ‘सिटी ऑफ म्यूजिक’ घोषित कर दिया है| ये वाकई में एक बड़ी उपलब्धि है | इस सुनहरे अवसर पर ग्वालियर के संगीत प्रेमी अत्यंत खुश नज़र आ रहे हैं | ऐसा प्रतीत होता है मानो जश्न का माहौल है | आपको बता दें की इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्वालियर को संगीत जगत की इस महान श्रेणी UCCN में शामिल किये जाने के लिए UNESCO का तहे दिल से धन्यवाद कियाऔर कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति पूरे विश्व में चमक बिखेर रही है| ‘X-एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक तरफ जहां इस अंतरराष्ट्रीय मान्यता का जश्न मना रहा है वहीं राष्ट्र अपनी विविध सांस्कृतिक परंपराओं को सुरक्षित रखने एवं बढ़ावा देने के लिए ‘अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता’ है|

सम्राट तानसेन एक महान संगीतकार थे जिनका जन्म ग्वालियर में हुआ था | उन्होंने ही देश की परम संगीत श्रेणी शास्त्रीयसंगीत को जन्म दिया था | और तो और अकबर भी तानसेन की गायकी के दीवाने थे इसीलिए उन्होंने तानसेन को अपने नौ रत्नों में शामिल किया था | उनके जीवन पर यदि नज़र डाली जाए तो मशहूर संगीतकार तानसेन का जन्म 1506 ईस्वी में मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था | बचपन से ही उनकी संगीत मैं काफी रुचि थी और केवल छह वर्ष की आयु में ही उन्होंने अपनी गायकी की अद्भुत प्रतिभा का परिचय दिया | वहीं दूसरी ओर बैजू बावरा की बात की जाए तो उन्हें संगीत का सच्चा पुजारी कहा जाता है | वे ग्वालियर के राजा मानसिंघ के दरबार में गायक थे|

UNESCO द्वारा ग्वालियर को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क की श्रेणी में शामिल किये जाने पर मध्यप्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान ने ‘X’ पर लिखते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के लिए आनंद एवं गौरव का अवसर…UNESCO ने हमारे संगीत सम्राट तानसेन की जन्मस्थली ग्वालियर को “City of Music” की मान्यता दी है। ग्वालियर तथा प्रदेश को मिला यह सम्मान हमारी सांस्कृतिक विरासत एवं प्राचीन कला जगत का सम्मान है। मध्यप्रदेश की समस्त जनता को हृदय से शुभकामनाएं |

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