गुरुग्राम, 09 नवंबर : डीसी निशांत कुमार यादव ने जिलावासियों को धनतेरस व दीपावली की शुभकामनाएं दी हैं। डीसी ने कहा कि प्रकाश का यह पर्व खुशी एवं प्रसन्नता तथा बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर उजाले की विजय का प्रतीक है। उन्होंने आशा जताई है कि दीपावली का त्योहार प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लेकर आएगा।
डीसी ने जिलावासियों को शुभकामनाएं देते हुए सभी तरीके से दीपावली मनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि दीपावली पर मिट्टी के दीये जलाएं, परम्परागत भारतीय सामान से घर-द्वार सजाएं एवं पटाखों को अलविदा कहें ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहे। डीसी ने कहा कि मानव एवं पर्यावरण के बीच हमेशा एक अटूट संबंध रहा है। पर्यावरण के साथ-साथ यह संबंध जीवन मूल्यों पर आधारित रहा है लेकिन आज के वर्तमान परिपेक्ष्य में जिस तरीके से वायुमंडल में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। इसके मद्देनजर गुरूग्राम जिलावासी मिलकर अपने पर्यावरण को अपनी भावी पीढियों के लिए सुरक्षित रखें, यह हम सबकी जिम्मेदारी है।
डीसी ने कहा कि सभी जिलावासियों को इस दीपावली पर पटाखों का प्रयोग नहीं करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पटाखे कई प्रकार से पर्यावरण व हमारे स्वास्थ्य के लिए घातक हैं। दीपावली पर पटाखों से वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है और अस्थमा के रोगियों को दिक्कत पेश आती है। उन्होंने बताया कि पटाखों से जो हानिकारक विषैली गैस निकलती हैं उनका स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और वह प्रभाव लंबे समय तक रहता है। पटाखों व आतिशबाजी से वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा श्वास संबंधी रोगियों पर बुरा प्रभाव पडता है। वहीं खांसी, जुकाम तथा एलर्जी से पीड़ित रोगियों की स्थिति और बिगड़ जाती है, इसलिए जनहित तथा पर्यावरण हित में दीपावली पर आतिशबाजी न छोड़ेें और दीप जलाकर रोशनी के इस पर्व को खुशी से मनाएं।