इस हिंसा की साजिश पहले ही रची जा चुकी थी-सीएम एन बीरेन सिंह
- मणिपुर,2 जुलाई : मणिपुर में भड़की हिंसा को 2 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी हालात गंभीर बने हुए हैं। कई इलाकों से लगातार हिंसा की खबर सामने आ रही है। सरकार शांति बहाली की कोशिशों में लगी है लेकिन उपद्रवी लगातार इसमें खलल डालने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने संभावना जताई है कि इस हिंसा का प्लान पहले ही बना लिया गया था और इसमें विदेशी ताकतों का हाथ भी हो सकता है।
- मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, मणिपुर की सीमा म्यांमार से लगती हैं। चीन भी पास में है। हमारी लगभग 398 किमी सीमाएं असुरक्षित है। हमारी सीमाओं पर सुरक्षा बल तैनात हैं, लेकिन ये तैनाती भी इतने बड़े क्षेत्र को कवर नहीं कर सकती है तो ऐसे में ये पूरा मामला पहले तय मालूम पड़ता है। मगर इसके पीछे की वजह अभी साफ नहीं है। इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि वो इसकी पूरी तरीके से पुष्टि नहीं कर सकते।
- म्यांमार गए थे रक्षा सचिव
- वहीं दूसरी ओर हाल ही में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने म्यांमार के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने यहां शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने, सीमा पार अवैध आवाजाही और ड्रग ट्रैफिकिंग और स्मगलिंग के बढ़ते मामलों पर चर्चा की। रक्षा सचिव 30 जुलाई को म्यांमार के दौरे पर पहुंचे थे, यहां उन्होंने राज्य प्रशासनिक परिषद के अध्यक्ष वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग और म्यांमार के रक्षा मंत्री जनरल म्या तुन ओ से भी मुलाकात की। बता दें की भारत के लिए म्यांमार इसलिए जरूरी है क्योंकि दोनों देश 1700 किलोमीटर लंबी बॉर्डर शेयर करते हैं, ऐसे में म्यांमार में होने वाली किसी भी घटना का सीधा असर भारत के बॉर्डर एरिया पर पड़ता है।
- एक और विवाद में फंसे सीएम एन बीरेन सिंह
- इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह एक और विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। मामला उनके उस ट्वीट से जुड़ा है जो उन्होंने कुकी समुदाय को लेकर किया था, हालांकि सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर नाराजगी जताई तो इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया। दरअसल मणिपुर में भडकी हिंसा का ठीकरा सीएम एन बीरेन सिंह पर फोड़ते हुए लगातार उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है।