Sunday, September 22, 2024

Corruption : हरियाणा के इतिहास में पहली बार जेल से जमानत पर आए आईएएस अधिकारियों की बल्ले बल्ले

तीन आईएएस अधिकारी कि एंटी करप्शन ब्यूरो के रडार पर

हरियाणा प्रदेश की भाजपा सरकार के साढ़े नौ वर्ष के दौरान भ्रष्टाचार मामले में तीन सीनियर आईएएस अधिकारी हरियाणा प्रदेश की जेलों में बंद रहे और जैसे ही भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी जेल की सलाखों से निकाल बाहर आए तो हरियाणा सरकार एक बार फिर उन पर मेहरबान हो गई जेल से निकलते ही उन अधिकारियों को बड़े पदों पर विराजमान कर दिया जो आज भी सरकारी बड़ी पोस्टिंग जनता की सेवा कर रहे हैं।

जेल से जमानत पर आए आईएएस अधिकारी

हरियाणा प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है यह हम नहीं कह रहे सरकार के आंकड़े बता रहे हैं सीनियर आईएएस अधिकारी विजय दहिया को एंटी करप्शन ब्यूरो ने 50 लाख रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था वही इस धर्मेंद्र सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो ने करोड़ों रुपए रिश्वत लेने गिरफ्तार किया था वह भी काफी समय भोंडसी जेल में बंद रहे और जमानत मिलने के बाद सरकार द्वारा उन्हें एक अच्छी पोस्ट दी गई।
इतना ही नहीं एक के बाद एक आईएएस अधिकारी जेल की सलाखों के पीछे जाते । यह सीनियर आईएएस अधिकारी जेल की सलाखों को के पीछे थे इस समय एंटी करप्श न ब्यूरो ने एक और सीनियर आईएएस जयवीर आर्य को रिश्वत लेने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें भी जेल की सलाह को के पीछे डाल दिया जिस समय आईएएस अधिकारियों की गिरफ्तारी हो रही थी
उसे समय आईपीएस और आईएएस अधिकारियों के बीच एक टकराव का माहौल बनता गया और सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार की लगतार पोल खोल रही एचसीएस अधिकारियों को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की सलाखों में जाना पड़ा कई आईएएस अधिकारी भगोड़े भी हो गए जिनको बाद में गिरफ्तार भी कया गया।

हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो के रडार पर है तीन आईएएस अधिकारी

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दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सरकार की टेबल पर अनुमति का पत्र
हरियाणा प्रदेश को पहले से है कुछ अधिकारियों ने सोने की चिड़िया समझा हुआ है और भ्रष्टाचार की सभी समाएं मर्यादा पर कर दी अधिकारी पर कई जिलों में आलीशान होटल बड़ी-बड़ी कोठियां अरबों खरबों कि संपत्तियों बनाई हुई है जो आया उसी ने हरियाणा को खाया लेकिन पिछले 9 वर्षों के दौरान भ्रष्टाचार के मामले आईएएस, एचसीएस अधिकारियों को जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा और कुछ अधिकारियों पर एंटी करप्शन ब्यूरो किसी भी कार्यवाही कर सकती है जिसमें गुरुग्राम नगर निगम कमिश्नर नर हरी सिंह डी सुरेश पर एंटी करप्शन ब्यूरो की तलवार लटकी हुई है।

गुरुग्राम नगर निगम कमिश्नर नर हरि सिंह पर आरोप है जिस समय में एचएसआईडीसी के एचडी के पद पर होते थे उन्होंने अपने चाहतों को पानीपत में कुड़ियों के भाव सरकारी जमीन को भेज दिया जिससे सरकारी खाजा करोड़ों का नुक़सान उनके खिलाफ कार्रवाई करने के हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की ओर से हरियाणा सरकार को अनुमति मांगी हुई है जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई कीजा सकें वही डी सुरेश कुमार ने अपने पद पर रहते हुए एक स्कूल को फायदा पहुंचने का आरोप है उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो हरियाणा के मुख्य सचिव को पत्र लिख चुकी है।

 

कब होगी उनकी गिरफ्तारी प्रदेश की जनता को इंतजार

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भ्रष्टाचार मे लिप्त अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है किसी को नहीं बक्शा जायेगा और इसके खिलाफ जांच की मांग की गई है या कार्रवाई करने की सिफ़ारिश सरकार को भेजी इसकी अनुमति है 4 जून के बाद सरकार देगी जिससे भ्रष्ट अधिकारी जिलों की सलाखों के पीछे जा सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट तौर पर कहा जिन अधिकारी कर्मचारियों ने चुनाव के दौरान गड़बड़ी करने का प्रयास नहीं किसी सूरत में नहीं बक्शा जायेगा।

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